Sorry if I have offended anyone.. i am just struggling a bit .. maybe my posts sound a bit disoriented but that is only because I am struggling . sorry
तुम जिन्न या भूत नहीं।
कहीं से आये नहीं। किसी ने भेजा नहीं।
किसी ने सोच-समझ कर तुम्हें गढा नहीं।
न तुम आकाश से टपके हो,
न शून्य से प्रकटे हो।
तुम अपने माता-पिता के शरीर से उगे हो – अनायास
कहीं से आये नहीं। किसी ने भेजा नहीं।
किसी ने सोच-समझ कर तुम्हें गढा नहीं।
न तुम आकाश से टपके हो,
न शून्य से प्रकटे हो।
तुम अपने माता-पिता के शरीर से उगे हो – अनायास